tag:blogger.com,1999:blog-5618387027539095791.post3009529861741154924..comments2024-01-10T14:37:57.582+05:30Comments on गीत ग़ज़ल और माहिए ------आनन्द पाठक: गीत 55 : तुम ’अहं’ की टोकरी...आनन्द पाठकhttp://www.blogger.com/profile/00352393440646898202noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-5618387027539095791.post-14030759424520069462014-08-14T19:31:23.364+05:302014-08-14T19:31:23.364+05:30नमस्कार
मैंने एक हिंदी काव्य संकलन नामक ब्लॉग बन...नमस्कार <br />मैंने एक हिंदी काव्य संकलन नामक ब्लॉग बनाया है,जिन पर साहित्यकारों की रचनाओं के संकलित किया जा रहा है,यदि आप की भी कुछ ग़ज़लें वहाँ होती तो ब्लॉग की सुंदरता बढ़ जाती.एक बार अवलोकन कर कुछ रचनाये भेजे जो आपके परिचय के साथ प्रकाशित की जायेगी .आपके पेज पर कुछ उच्च कोटि की बेहतरीन ग़ज़लें हैं,वहाँ से भी संकलित की जा सकती है...एक बार अवलोकन करे.आप लोगो जैसे साहित्यकारों का योगदान चाहिए.<br />http://kavysanklan.blogspot.ae/<br />आपका स्नेहकांक्षीRajendra kumarhttps://www.blogger.com/profile/00010996779605572611noreply@blogger.com