:1;
बदली हुई हवा है ज़माना बदल गया
ऎ यार मेरे अब तो मुहब्बत की बात कर
नफ़रत है तेरी सोच में पहले इसे बदल
करनी है तुझको तो उल्फ़त की बात कर
:2:
कौन सा है जो ग़म दिल पे गुज़रा नहीं
बारहा टूट कर भी हूँ बिखरा नहीं
क्यों मुझे हो खबर क्या है सूद-ओ-ज़ियाँ
इश्क़ का ये नशा है जो उतरा नहीं
;3:
जब कभी अपनी ज़ुबां वो खोलता है
झूठ ही बस झूठ हरदम बोलता है
जानता वो झूठ क्या है और सच क्या
वो फ़िज़ां में ज़ह्र फिर क्यों घोलता है ?
:4:
दावा करते हैं वो सूरज नया निकलने का
नई दिशा में ,नई राह पर लेकर चलने का
लेकिन काली रात अभी तो ढली नहीं, साथी !
थमा नहीं है अभी सिलसिला बेटी जलने का
नई दिशा में ,नई राह पर लेकर चलने का
लेकिन काली रात अभी तो ढली नहीं, साथी !
थमा नहीं है अभी सिलसिला बेटी जलने का
-आनन्द.पाठक-
1 टिप्पणी:
सर आपको भी दीपावली त्यौहार की हार्दिक शुभकामनाएं , धन्यवाद !
Information and solutions in Hindi ( हिंदी में समस्त प्रकार की जानकारियाँ )
एक टिप्पणी भेजें