कविताएँ

कविता 001 : आप क्यों उदास रहते हैं--
कविता 002 : ये महानगर है--
कविता 003 : प्यासी धरती प्यासे लोग--
कविता 004 : तुम जला कर दीप--
कविता 005 : मृदुल अंकुर भी-- 
कविता 006 : कितने पौरुष वीर पुरुष हैं--
कविता 007 : सूरज निकल रहा है--

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