गीत ग़ज़ल और माहिए ------आनन्द पाठक
-आनन्द पाठक -
पेज
मुखपृष्ठ
अनुभूतियाँ
ग़ज़लें
कविताएँ
विविध
माहिया
गीत
कतरन
आवाज़ का सफ़र
मन गाता है [ PDF Version]
रविवार, 18 नवंबर 2007
हास्य- क्षणिका 03
एक क्रिकेटर की पत्नी ने
अपने पिच पर
एक साथ छ: बच्चे जन
छक्का मारा
दर्शक गण भौच्चका सारा
'जनसंख्या' की रोकथाम को
दे विराम
एक साथ ही योगदान
कर डाला सारा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें