चन्द माहिए : क़िस्त 100/10 [माही उस पार]
:1:
क्या और सुनानी है
तेरी कहानी में
मेरी भी कहानी है
:2:
जीवन का सफ़र बाक़ी
हाथ पकड़ चलना
मेरे जीवन साथी !
3
छुप कर भी गुजरेगी
कोई कली जब भी
खुशबू तो बिखरेगी
4
जुल्मों की कहानी है
जिंदा हो तो फिर
आवाज उठानी है
5
अल्हड़ सी जवानी पर
इतना मत इतरा
इस जिस्म ए फानी पर
-आनन्द पाठक-
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