रिपोर्ताज़ 10 : :मेरी किताब : सुन मेरे माही !- का प्रकाशन के संदर्भ में
एक सूचना = पुस्तक
प्रकाशन के सन्दर्भ में
मित्रो !
सूचित करते हुए हर्ष की अनुभूति हो रही है कि आप लोगों के आशीर्वाद और शुभकामनाओं से मेरी सातवीं
पुस्तक -" सुन, मेरे माही ! "-
[ माहिया- संग्रह ] प्रकाशित हो कर आ गई ।
इस से पूर्व मेरी -6-पुस्तकें [ 3- कविता/ग़ज़ल/गीत संग्रह और 3-
हास्य व्यंग्य़ संग्रह] प्रकाशित हो चुकी हैं । इन सभी पुस्तकों का
प्रकाशन "अयन प्रकाशन, नई
दिल्ली " ने किया है ।
"अयन-प्रकाशन’ को इस हेतु
बहुत बहुत धन्यवाद।
इस संग्रह में मेरी 450 माहिए संकलित
है जिसमे से कुछ माहिए आप लोगो ने इस मंच पर समय समय पर अवश्य पढ़ी होंगी ।
इस संग्रह में मैने माहिए के उदभव, विकास और माहिए के वज़न और बह्र के
बारे में भी चर्चा की है।
आशा करता हूँ कि इस संग्रह को भी पूर्व की भाँति आप सभी लोगो का
स्नेह और आशीर्वाद मिलता रहेगा।
पुस्तक प्राप्ति के लिए अयन प्रकाशन से सम्पर्क किया जा सकता है ।
उनका पता है संलग्न है ।
whatsapp no = 92113 12372
[ संजय जी ]
{नोट :
प्रकाशक यह पुस्तक शीघ्र ही Amazon पर उपलब्ध करा देगा ]
पुस्तक मिलने का पता –
अयन प्रकाशन
1/20 महरौली, नई दिल्ली 110 030
शाखा—जे-19/39 राजापुरी. उत्तम नगर , नई दिल्ली-59
Email : ayanprakashan@gmail.com
Website : www.ayanprakashan.com
-सादर-
-आनन्द.पाठक-
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