बुधवार, 24 दिसंबर 2025

अनुभूतियाँ 185/72

 अनुभूतियाँ 185/75


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कुछ ऐसे भी लोग यहाँ है ,

धन के मद में , सदा अहम में ।

व्यर्थ दिखावा करते रहते ,

जीते रहते एक भरम में ।


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