रविवार, 2 जनवरी 2022

एक सूचना : नए वर्ष [2022 ] की प्रथम भेंट --

         नए वर्ष [ 2022 ]की प्रथम भेंट --- एक सूचना 


मित्रो !


कुछ दिन पूर्व , अपनी एक प्रकाशाधीन पुस्तक - रोज़ तमाशा --मेरे आगे  [ व्यंग्य संग्रह ] का आवरण पृष्ठ [ कवर ] आप लोगों से साझा किया था ।

आप लोगों के आशीर्वाद और शुभकामनाओं के फलस्वरूप उक्त पुस्तक अब प्रकाशित हो कर आ गई है और पाठकों के लिए उपलब्ध है ।

 इसमे 29- व्यंग्य लेख संग्रहित हैं जो समाज में व्याप्त सामाजिक, राजनैतिक विद्रूपताओं पर और अन्य विसंगतियों पर लिखी गईं  व्यंग्य कथाएँ, लघु व्यथाएँ हैं । इनमे से कुछ व्यंग्य-लेख

इस मंच पर समय समय पर लगाता  रहा हूँ और आप की उत्साहवर्धक टिप्पणियाँ  प्राप्त होती रही हैं ।


आदरणीय समीर लाल ’समीर’ जी ने इस संग्रह का आमुख  लिख कर ’आशीर्वचन’ दिया है । समीर लाल जी स्वयं में व्यंग्य के एक सशक्त हस्ताक्षर हैं  और ’मोटिवेशनल लेखक भी हैं।

आप का एक  एक ब्लाग -www.udantashtari.blogspot.com "उड़न तश्तरी’- के नाम से बहु चर्चित है। आमुख में लिखते हैं--


"---आज जब उनके  [ आनन्द.पाठक के ] आने वाले व्यंग्य-संग्रह की पांडुलिपि से गुज़र रहा हूँ तब पुन: वही आश्चर्य मिश्रित प्रशंसा भाव से भरा हुआ हूँ । 

एक सिविल अभियन्ता जो  गीत, ग़ज़ल, कविता,माहिया के माध्यम से दिल लिखता हो, वो दूसरी तरफ़ समाज में पसरी विद्रूपताओं पर कितनी पैनी नज़र रखता है । 

यह बात हैरान करती है ।---[ इसी पुस्तक से ]


यह मेरी आठवीं प्रकाशित पुस्तक है । जिनमे से  3- पुस्तकें तो व्यंग्य संग्रह की ही हैं । बाक़ी सब किताबें -गीत-ग़ज़ल-माहिया संग्रह की हैं।


शरणम श्रीमती जी [ व्यंग्य संग्रह ]

सुदामा की खाट [ -तदैव- ]

अल्लम गल्लम बैठ निठल्लम [ -तदैव ]


इन सभी पुस्तकॊ का प्रकाशन अयन प्रकाशन .नई दिल्ली ने किया है । यह तमाम पुस्तकें निम्न पते से प्राप्त की जा सकती है या सम्पर्क किया जा सकता है।

 

श्री संजय 

अयन प्रकाशन 


जे-19/39 ,राजापुरी ,उत्तम नगर

नई दिल्ली 110 059

Mobile/whatsapp  92113  12372


आशा है कि पूर्व की भाँति यह संग्रह भी आप लोगों को पसन्द आएगा।

पुस्तक के गुण-दोष की विवेचना /समीक्षा आप सुधी पाठकों से ज़्यादा कौन कर सकता है । आप की टिप्पणियों का स्वागत रहेगा।


सादर 

-आनन्द.पाठक-


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