मंगलवार, 19 दिसंबर 2023

अनुभूतियाँ 128/15

 128/15


:1:

वक़्त सुनाएगा जब इक दिन

मेरी अधूरी प्रेम कहानी

दुनिया समझेगी तब उस दिन

क्या होता है इश्क़ रुहानी


:2:

तनहाई में तेरी यादों 

का एक सहारा ही होता

पास बचा अब क्या मेरे जो

दिल क्या खोता या दिल रोता


:3:

जब जब उमड़ी होगी बदली

विरहन की सूनी आंखों  में

तब तब भींगी होगी सेजरिया

साजन बिन सूनी रातों में ।


:4:

बेमौसम बरसात हुई है

मीत हमारा रोया होगा

टूटा होगा कोई भरोसा

कोई सपना खोया होगा

-आनन्द.पाठक-

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