चन्द माहिए 98/09] : प्राण प्रतिष्ठा पर
:1:
जन जन के दुलारे हैं
आज अवध में फिर
प्रभु राम पधारे हैं
:2:
झूमेंगे नाचेंगे
प्राण प्रतिष्ठा में
श्री राम विराजेंगे
:3:
सपना साकार हुआ
राम लला जी का
मंदिर तैयार हुआ
:4:
प्रभु राम की सब माया
उनकी किरपा से
अब यह शुभ दिन आया
:5:
गिन गिन कर काटे दिन
स्वर्ग से उतरेंगे
भगवान सभी इस दिन
:6:
मंदिर की इच्छा में
पाँच सदी तक थे
दो नैन प्रतीक्षा में ।
:7:
प्रभु प्रेम में हो विह्वल
शर्त मगर यह भी
मन भाव भी हो निश्छल
-आनन्द.पाठक-
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