सोमवार, 3 मार्च 2025

चन्द माहिए 106/16 [होली]

 चंद माहिए 106/16

1;

होली का है मौसम 

छा जाती मस्ती

जब साथ रहे हमदम ।


2:

कान्हा खेलें होली

भाग रही बच कर

राधा रानी भोली ।


3:

खुशियॊ से भरी झोली

मिल कर खेलेंगे

हम रंग भरी होली


;4:

कुछ रंग गुलाल लिए

राह तेरी देखूँ

फूलों का थाल लिए ।


5

जब होली आती है 

फूल बहक जाते

डाली मुस्काती हैं


-आनन्द.पाठक-





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