शुक्रवार, 16 अगस्त 2024

दोहा 22 : सामान्य

दोहा 22 : दोहे सामान्य

:1:

बातें उनकी लाख की, अपना ही गुणगान ।
ऊँची ऊँची फेंकता , पंडित बने महान ॥




कोई टिप्पणी नहीं: