शनिवार, 7 जनवरी 2023

अनुभूतियाँ : क़िस्त 60

 

237

बात यक़ीनन कुछ तो होगी

यूँ ही कौन ख़फ़ा होता है ।

चॊट कभी जब दिल पर लगती

घाव बहुत गहरा होता है।

238

सुनने में अच्छी लगती है

प्यार मुहब्बत वाली बातें,

जिनके सपने टूट गए हों

उनकी कैसे कटती रातें ?

 

239

तेरा ग़म या मेरा ग़म हो

ग़म जिसका हो रंग एक है,

आँसू चाहे जिसके भी हो

बहने का सब ढंग एक है ।

 

240

मीठी मीठी बातों वाले

हर मौसम हर शहर मिलेंगे,

शहद घुला होगा बातों में

लेकिन अन्दर ज़हर मिलेंगे।


 

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